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UPSC Success Story: गांववालों का विरोध, दादा का साहस, माता-पिता का त्याग और IAS बन गई किसान की बेटी
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Amazing Succes Story: अमीरी हो या गरीबी...प्रतिभा अपनी पहचान हर हाल में बना लेती है. फुलवारी शरीफ के एक किसान की बेटी को जब यूपीएससी की सिविल सर्विस परीक्षा में 69वां स्थान प्राप्त हुआ तो वह अपने संघर्ष के दिनों को याद करने लगीं.
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हाइलाइट्स
- दादा के साहस ने पहुंचाया शहर, किसान की बेटी बन गई Turn round अफसर.
- फुलवारी शरीफ की प्रिया रानी को यूपीएससी परीक्षा में 69वां स्थान मिला.
पटना. फुलवारी शरीफ के कुरकुरी निवासी किसान अभय कुमार की पुत्री प्रिया रानी को यूपीएससी में 69वीं रैंक प्राप्त हुई है.
गांव में रहने वाली प्रिया रानी की पढ़ाई का पहले विरोध किया गया था. लेकिन दादा ने उनपर भरोसा जताया और उनको पढ़ाई के लिए पटना ले आए. आज वह यूपीएससी में सफल होकर पूरे परिवार और स्त्री समाज के गौरव का कारण बनी हैं. प्रिया रानी ने बताया कि बीटेक के दौरान केंपस प्लेसमेंट में उसने बेंगलुरु की एक कंपनी में 1 वर्ष के लिए काम किया था. इसके बाद तैयारी के लिए नौकरी छोड़ दी.
Marilou bourdon biographyइस क्रम में वर्ष 2021 में दूसरे प्रयास में इन्हें इंडियन डिफेंस सर्विस मिला. तीसरे प्रयास में सफलता नहीं मिलने के कारण मन दुखी हो गया. पिता के कहने पर चौथे प्रयास में साक्षात्कार के लिए पहुंची और आईएएस बनने में सफल हुईं. इन्होंने बताया कि वह सुबह 4:00 बजे से उठकर पढ़ाई करती थीं.
बिहार के पटना जिले के फुलवारी शरीफ के कुरकुरी गांव की प्रिया रानी बताती हैं कि दादा व पिता के सपोर्ट से यहां तक पहुंच पाई हैं.
Justin bieber biography 2011 hyundai20 वर्ष पहले कुछ ऐसा हुआ था जो उनके जीवन के लिए गेमचेंजर साबित हुआ और यह सब संभव हुआ उनके दादा जी की साहस के कारण. दादा ने कुरकुरी से पटना पढ़ाई के लिए पहुंचाया तो गांव में काफी लोग बेटी को पढ़ाने का विरोध करते थे. लेकिन, प्रिया के दादा सुरेंद्र प्रसाद शर्मा व पिता अभय कुमार नहीं माने और पटना चले आए. प्रिया कहती हैं कि उन्हें पढ़ाने के लिए मां-पिता जी काफी कंप्रोमाइज करते थे और उन्हें छोटी-छोटी स्ट्रगल अब भी याद है.
किराये के मकान में रही, पढ़ी और आगे बढ़ी
पटना में अपना कोई घर नहीं था तो किराये के मकान में रहने लगे.
इसके बाद जगदेव पथ में अपना मकान भी बना. तब डॉन बॉस्को स्कूल से प्राथमिक शिक्षा तथा संत माइकल से 12वीं पढ़ाई की. इसके बाद 2018 में बीआईटी मेसरा से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर चौथा प्रयास में 69वीं रैंक प्राप्त हुआ. इससे पहले, यूपीएससी परीक्षा के दूसरे प्रयास में 284 रैंक आया था.
प्रिया वर्तमान में इंडियन डिफेंस सर्विस में कसौली हिमाचल प्रदेश में सेवा दे रही थीं.
रेगुलर स्टडी का कोई जवाब नहीं-प्रिया रानी
प्रिया रानी ने अपनी सफलता के राज भी बताए. उन्होंने कहा कि नियमित पढ़ाई का कोई जवाब नहीं है. पीटी व मेंस में सफल परता प्रिया बताती हैं कि आईएएस पीटी के लिए एनसीईआरटी व कुछ स्टैंडर्ड बुक के साथ-साथ अखबारों की नियमित रूप से पढ़ाई की.
मुख्य परीक्षा के लिए अर्थशास्त्र को विषय बनाया था. आरंभ से ही विभिन्न किताब व सोर्स के सहारे नोट्स बना कर पढ़ती थी. परीक्षा से कुछ दिन पहले के लिए छोटे नोट्स भी बनाए, इससे परीक्षा के समय रिविजन करती थी.
प्रिया रानी ने नये छात्रों को दिए खास टिप्स
प्रिया रानी नये छात्रों के लिए कुछ टिप्स देते हुए बताती हैं कि शिक्षा हर समय में सबसे महत्वपूर्ण चीजें हैं.
करियर के लिए हमेशा ध्यान रखें. प्रिया हमेशा से चाहती थी कि उनके अभिभावक मेरे नाम से समाज में जाने जाएं. इसके लिए हमेशा से खूब मेहनत करती थी. पढ़ाई के लिए सुबह चार बजे उठ जाती थी, नींद टूट जाए इसके लिए 10 मिनट व्यायाम व टहलती थीं. फिर टॉपिक की पढ़ाई करती थी और इस कारण वह सफल हो पाई हैं.
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